हम हैं राष्ट्र की आधी आबादी
जो नारी नत होकर, सम्मान सहित अपना मत प्रकाश करती है-- एवं उस विषय में किसी को भी हीन नहीं बनाती, वह-- सहज ही आदरणीया एवं पूजनीया होती है।
--: श्री श्री ठाकुर, नारी नीति
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें